कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में चीन से कैसे पिछड़ गया भारत
कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में फैला है, लेकिन अब वहां लगभग इसे नियंत्रित कर लिया गया है. चीन से तुलना करें तो भारत में शुरू में संक्रमण की दर काफी धीमी रही और रिकवरी रेट अच्छी रही, लेकिन मई आते-आते यह स्थिति उलट गई.
- कोरोना संक्रमण के मामले में चीन को पछाड़ने वाला 11वां देश बना भारत
- चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस ने भारत समेत दुनिया को जकड़ा
भारत में कोरोना वायरस के प्रकोप की शुरुआत काफी धीमी रही थी. शुरुआती 45 दिनों में करीब 100 केस सामने आए थे. हालांकि, बाद में कोरोना वायरस के मामले अचानक तेजी से बढ़े और सिर्फ मई के शुरुआती 15 दिनों में कोरोना वायरस के 45,000 नए मामले जुड़ गए. कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में फैला है, लेकिन अब वहां लगभग इसे नियंत्रित कर लिया गया है. चीन से तुलना करें तो भारत में शुरू में संक्रमण की दर काफी धीमी रही और रिकवरी रेट (मरीजों के ठीक होने की दर) अच्छी रही. मई आते आते यह स्थिति उलट गई.
भारत शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में चीन को पीछे छोड़ने वाला 11वां देश बन गया. 16 मई की सुबह तक भारत में करीब 86,000 कोरोना मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें से 2,750 मौतें हुई हैं और 30,000 से अधिक लोग रिकवर हो चुके हैं. हालांकि, भारत में करोना वायरस से मरने वालों की संख्या चीन से कम है.
भारत शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में चीन को पीछे छोड़ने वाला 11वां देश बन गया. 16 मई की सुबह तक भारत में करीब 86,000 कोरोना मरीज सामने आ चुके हैं. इनमें से 2,750 मौतें हुई हैं और 30,000 से अधिक लोग रिकवर हो चुके हैं. हालांकि, भारत में करोना वायरस से मरने वालों की संख्या चीन से कम है.
चीन के हुबेई प्रांत के शहर वुहान से कोरोना वायरस का फैलना शुरू हुआ था. अगर चीन के आंकड़ों पर भरोसा किया जाए, तो उसने वुहान को लगभग तीन महीने तक बंद रखा और वायरस को सफलतापूर्वक नियंत्रित कर लिया. इंडिया टुडे की डाटा इंटेलिजेंस यूनिट (DIU) ने दोनों देशों के कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़ों का विश्लेषण किया और कोरोना के मामलों में वृद्धि और रिकवरी दर आदि के मामले में दोनों देशों की तुलना की.
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