बिहार में जब से चुनाव की घोषणा हुई है उसके बाद से यहां शराब की मांग काफी बढ़ गई है. इसे लेकर शराब तस्कर भी काफी सक्रिय हो गए हैं. हाल ही में यूपी बॉर्डर से बिहार लाई गई करीब 11 हजार लीटर शराब को नष्ट किया गया है. बिहार चुनाव के दौरान किसी भी तरह की अवैध तस्करी को रोकने के लिए सीमाओं पर सघन अभियान चल रहा है. (रिपोर्ट- रंजन कुमार त्रिगुण)
वैसे बिहार में अवैध शराब तस्करी का यह पहला माzमला नहीं है. इससे पहले भी यूपी बिहार बॉर्डर पर पुलिस द्वारा करोड़ों रुपए की शराब जब्त की जा चुकी है. लेकिन अब बिहार में चुनाव होने हैं तो पुलिस को आशंका है कि शराब की बरामद की गई यह खेप बिहार में होने वाले चुनाव में इस्तेमाल करने के लिए जा रही थी या फिर की जाने वाली थी.
उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे बिहार के कैमूर में शराब तस्करों की होड़ लगी रहती है. कैमूर के सभी बॉर्डर पर चेकप्वाइंट बनाया गया है. जिससे कि शराब तस्करों को पकड़ कर उचित कार्रवाई की जा सके. कैमूर पुलिस द्वारा चेकपोस्ट मोहनिया और जिले के अलग-अलग थानों में पिछले कुछ महीनों से शराब तस्करों के खिलाफ अभियान चलाकर शराब की बरामदगी की गई थी.
जब्त शराब को मजिस्ट्रेट के सामने नष्ट किया गया. शराब की बोतलों के ऊपर रोड रोलर चलाकर उन्हें बर्बाद कर दिया गया. नष्ट किए गए 11000 लीटर शराब कैमूर में पकड़ी गई अलग-अलग ब्रांड की थी. जो तस्करी के जरिए बिहार सीमा के अंदर लाई गई थी.
कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया यहां के अलग-अलग थाना क्षेत्र से पकड़ी गई विभिन्न ब्रांडों की लगभग 11 हजार लीटर शराब को नष्ट किया गया है. पुलिस लगातार शराब तस्करों के खिलाफ अभियान चला रही है और जब्त शराब को नष्ट कर रही है.
No comments:
Post a Comment