करतारपुर कॉरिडोर पर पाक का अड़ंगा, 11 हजार रुपए तक कैश ले जा सकेंगे श्रद्धालु
पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर का इस्तेमाल करने वाले श्रद्धालुओं से शुल्क लेगा. जबकि भारत चाहता था कि पाकिस्तान इस शुल्क को खत्म करे, लेकिन पाकिस्तान इस पर तैयार नहीं था
करतारपुर कॉरिडोर
- भारतीय श्रद्धालु 11 हजार रुपए से ज्यादा कैश नहीं ले जा सकते
- करतारपुर कॉरिडोर का इस्तेमाल करने पर श्रद्धालुओं को देना होगा शुल्क
करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन 9 नवंबर को पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान और भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था 5 नवंबर और दूसरा जत्था 6 नवंबर को रवाना होगा.
विदेश मंत्रालय के अधिकारी दीपक मित्तल ने इस दौरान खालिस्तान समर्थकों का मुद्दा भी उठाया. दीपिक मित्तल ने बताया, कमेटी में खालिस्तानी समर्थकों के सवाल को हमने उठाया है. हमारे सवाल के बाद पाकिस्तान इस पर जरूर कोई कार्रवाई करेगा. जब भी इस प्रकार के तत्वों की जानकारी हमें मिलेगी, हम इसे पाकिस्तान के साथ साझा करेंगे.
श्रद्धालुओं से शुल्क क्यों लेगा पाकिस्तान?
पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर का इस्तेमाल करने वाले श्रद्धालुओं से शुल्क लेगा. जबकि भारत चाहता था कि पाकिस्तान इस शुल्क को खत्म करे, लेकिन पाकिस्तान इस पर तैयार नहीं था. भारत ने सिख श्रद्धालुओं का ध्यान रखते हुए पाकिस्तान के इस प्रस्ताव पर भी हस्ताक्षर किए हैं. अब कॉरिडोर के रास्ते पाकिस्तान में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं को शुल्क देना होगा.
सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर साहिब का बहुत महत्व है. गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के अंतिम 18 महीने यहीं गुजारे थे. गुरु नानक देव जी का सारा परिवार यहीं आकर बस गया था. उनके माता-पिता और उनका देहांत भी यहीं पर हुआ था. इस लिहाज से यह पवित्र स्थल सिखों का अहम धार्मिक स्थान है.
No comments:
Post a Comment